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रविवार, 30 जुलाई 2023

हिमालय का नाग पुष्प के प्रयोग जाने..

 

हमारी दुनिया में बहुत से पेड़ पौधे पाए जाते हैं. इन पेड़ पौधों का हमारे जीवन में बहुत ही महत्व होता है. पेड़ पौधे हमें ऑक्सीजन देते हैं, जिसके कारण हमें सांस लेने में कोई भी परेशानी नहीं होती है. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है, कि कोई कुछ प्राकृतिक नाम से भी जाना जाता है. आज ऐसे रहस्यमई पुष्प के बारे में आपको बताने वाले हैं, जिसकी बारे में ना आपने सोचा होगा ना ही कभी पड़ा होगा. नागपुष्प का रहस्य हमारे भारत देश में बहुत ही प्रचलित है. इसलिए आज इस पुष्प के बारे में पूरी जानकारी इस पोस्ट में बताएंगे.

नागपुष्प का रहस्य क्या हैं ?

हमारी दुनिया बहुत से ऐसे पेड़ पौधों से भरी हुई है. जिनको हमने कभी देखा भी नहीं है और यह देखने में बहुत सुंदर दिखाई पड़ते हैं. भारत के हिमालय पर्वत पर बहुत से ऐसे ही पेड़ पौधे हमें देखने को मिल जाते हैं. जो देखने के साथ-साथ अपने अंदर एक खासियत भी रखते हैं.एक पुष्प हिमालय पर्वत पर कई सालों के बाद देखने को मिलता है. जिसका नाम नागपुष्प है, वहीं नागपुष्प एक संस्कृत शब्द है जिसका वैज्ञानिक नाम ‘Mesua ferrea‘ है. ये एक सदाबहार पेड़ है और इसके फूल हर साल गर्मी के मौसम में उगते हैं.

नागपुष्प के बारे में कुछ दिलचस्प बातें….

  • यह पुष्प हिमालय की चोटियों पर फलों में पाया जाता है.
  • इस पुष्प की शाखाएं नाग के फन की तरह होती है इसलिए इस पुस्तक को नागपुर को कहा जाता है.
  • यह पुष्प 36 सालों में एक बार हिमालय पर्वत पर खिलता है.
  • ये पुष्प केवल रात में ही खिलता है.
  • इस पुष्प पर शेषनाग रहते हैं और यह पुष्प शेषनाग से सम्बन्ध रखता है.
  • इस पुष्प का प्रयोग रोगों में भी किया जाता है.
  • इससे बहुत अच्छी सुगंध प्राप्त होती है जिसके प्रयोग से अच्छे से अच्छा रोग सही हो जाता है.
  • पुष्प में 42 पंक्तियां पाई जाती है जो सांप की तरहलटकी रहती है.
  • इस पुष्प को अन्य किसी भी देश में नहीं देखा गया है.
  • उत्तराखंड में नागपुष्प सबसे पहली बार हिमालय में पाया गया था.
  • इसको पाने के लिए कई दिनों पर इस पुष्प को खोजा गया था.

शनिवार, 29 जुलाई 2023

बुधवार, 26 जुलाई 2023

बेरोजगार लड़के लड़कियों के लिए संदेश







 हाई एजुकेटेड बेरोजगार युवक एक बात गांठ बांध लें।


6 महीने में आप बाइक के मैकेनिक बन सकते हो।

6 महीने में आप कार के मैकेनिक बन सकते हो।

6 महीने में आप साइकिल के मकैनिक बन सकते हो।

6 महीने में आप मधुमक्खी पालन सीख सकते हो।

6 महीने में आप दर्जी का काम सिख सकते हो।

6 महीने में आप डेयरी फार्मिंग सीख सकते हो।

6 महीने में आप हलवाई का काम सीख सकते हो।

6 महीने में आप घर की इलेक्ट्रिक वायरिंग सीख सकते हो।

6 महीने में आप घर का प्लंबर का कार्य सीख सकते हो।

6 महीने में आप मोबाइल रिपेयरिंग सीख सकते हो।

6 महीने में आप जूते बनाना सीख सकते हो।

6 महीने में आप दरवाजे बनाना सीख सकते हो।

6 महीने में आप वेल्डिंग का काम सीख सकते हो।

6 महीने में आप मिट्टी के बर्तन बनाना सीख सकते हो।

6 महीने में आप घर की चिनाई करना सीख सकते हैं।

6 महीने में आप योगासन सीख सकते हो।

6 महीने में आप मशरूम की खेती का काम सीख सकते हो।

6 महीने में आप बाल काटने सीख सकते हो।

6 महीने में आप बहुत से काम ऐसे सीख सकते हो जो आपके परिवार को भूखा नहीं सोने देगा।

आज भारत में सबसे अधिक दुखी वह लोग हैं जो बहुत अधिक पढ़ लिखकर बेरोजगार हैं।

जो शिक्षा आप को रोजगार न दे सके वह शिक्षा किसी काम की नहीं।

रोजगार के लिए आपका अधिक पढ़ा लिखा होना कोई मायने नहीं।

भारत में 90% रोजगार वे लोग कर रहे हैं जो ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं।

10% रोजगार पाने के लिए पढ़े लिखे लोगों में मारामारी है।।


स्वयं विचार करे आप के लिए रोजगार के सम्पर्क करने के लिए

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(योग प्रशिक्षक व डिजिटल रोजगार कंसल्टेंट )

पंडित: सुनील नाडेकर 

श्री प्रज्ञा सेवा केंद्र - डिजिटल सेवा।

सतर्कता जागरूकता

 *सतर्कता जागरूकता*अपनो से अपनी बात में स्वागत है!*

*Pls Do not 🚫 Joint uknown links👏🏼*

बड़ा रिस्क है,गोभी की फसल डूबने का डर और कंपनी भागने का डर एक जैसा है।

 दोस्तो fresenius FSUS material एक लिंक बेस्ड कंपनी है, इसकी लिंक ऑपरेट करने वाला कभी कॉल पे बात नही करता, वीडियो काल पे भी नही, सिर्फ़ व्हाट्सऐप चैटिंग, आधार कार्ड, employee id उनसे पूछ के देखना ,कुछ नहीं बतायेंगे मतलब साफ़ है फर्जी लिंक है, इसीलिए ध्यान रखे, जोखिम वही ले जिसे खोने का आप दम रख सको।👏🏼।

    क्योंकि कम्पनी का खुद का खाता नंबर भी नही है। govt ki official वेबसाइट mca में रजिस्ट्रर्ड नही है,

  ऐसी link social मीडिया पे रोज़ वायरल हो रही है जो 3माह 6माह चलती है फिर बंद हो जाती है।

यदि आपका लगाया पैसा नही मिला, या id ब्लॉक हों जाए तो कंपनी का नाम निशान भी नही ढूंढ पाओगे। 

और फर्जी मैनेजर आपको व्हाट्सऐप ग्रुप बनाने का बोलेगा और वो खुद एडमिन बन जायेगा और लालच देकर एडवांस पेमेंट इंवेस्ट कराकर एक दिन सब सिस्टम बंद करके आरोप लगायेगा की आपमेसे ही किसी एडमिन को फसाने की कोशिश करेगा बोलेगा की एडमिन को या किसी भी ग्रुप मेंबर को आपका पैसा उनके पास जमा किया है ऐसा बोलेगा और आपस में लड़ाई कराएगा फिर आपके अपने ही दोस्तो से आपसी मतभेद होगा।

कृपया संबंध खराब ना होने देवे और व्हाट्सऐप group से सभी अपने आप से left हो जाय इसी में सबकी भलाई है। डरे नही यदि आपके पैसे फसे है तो डायरेक्ट मैनेजर के व्हाट्सएप पर सम्पर्क करे किसी ग्रुप में इन्वॉल्व ना रहे मेरा संदेश आपकी सुरक्षा के लिए भेज रहा हू।

सतर्क रहे अपने आस पास के लोगों को जागरूक करे। लालच में ना फसे

रिपोर्ट के मुताबिक भारत से रोज़ 200करोड़ की ठगी का खुलाशा हुआ है।

बिना जान पहचान के भरोसा ना करे सबसे पहले कंपनी का खाता देखे खुद का है या नहीं। फिर देखे govt की official website mca में कंपनी registerd है या नाही, फिर देखे की जो व्यक्ति मैनेजर है उनसे हम वीडियो काल या ओरिजिनल adress पर मिल सकते है या नहीं।

इसलिए govt approved, Registerd कंपनी के साथ काम करे guaranted इनकम के  लिए मैं आपकी हेल्प कर सकता हू।    

 *Pls Do not 🚫 Joint uknown links👏🏼*

            SCN NEWS 🗞️ 📰 Reporter Sunil Nadekar 

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_श्री प्रज्ञा सेवा केंद्र_डिजिटल सर्विस_

गुरुवार, 20 जुलाई 2023

Work from 🏠 Home

 

अगर आप घर बैठे काम की तलास कर रहे हैं तो आप  मुझेसे कॉन्टैक कर सकते हो  वर्क फ्रॉम होम 🏠 के ज़रिए आप आसानी से 1 से 2   HOUR। करके आप 15 से 20 हजार तक आसानी से कमा सकते हो  9685126881संपर्क करे।

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सोमवार, 17 जुलाई 2023

अधिक मास आरती


 

नामकरण संस्कार महत्व

 

अधिक मास में क्या नहीं करें

1- अधिकमास में नामकरण, श्राद्ध, तिलक, मुंडन, कर्णछेदन, गृह प्रवेश, संन्यास, यज्ञ, दीक्षा लेना, देव प्रतिष्ठा, विवाह आदि शुभ व मांगलिक कार्यों को करना वर्जित बताया गया है। क्योंकि इस अवधि में भगवान शयन कर चुके होते हैं। इसलिए मलमास में ये कार्य करना वर्जित होता है।

अब आईए जानते है नामकरण का महत्व -

अमावस्या, चतुर्दशी और अष्टमी तिथि पर ये संस्कार नहीं किया जाता है. आयुर्वेडभिवृद्धिश्च सिद्धिर्व्यवहतेस्तथा। नामकर्मफलं त्वेतत् समुद्दिष्टं मनीषिभिः।। इस श्लोक में नामकरण संस्कार के महत्व का वर्णन करते हुआ बताया गया है कि इस संस्कार का असर बच्चे के व्यक्तिव पर पड़ता है.

नामकरण संस्कार का शुभ मुहूर्त

इसके अलावा बच्चे के जन्म से 11वें या 12वें दिन जब भी सोमवार, बुधवार या शुक्रवार का दिन हो और तारीख 1, 2, 3, 5, 7, 10, 11, 12, 13 आ रही हो तो ये दिन नामकरण संस्कार के लिए शुभ होता है.

जन्म से 11वें दिन, 101वें दिन या एक वर्ष हो जाने पर नामकरण संस्कार करें। ।। ॐ श्रीं (अमुक) वेदोअसि वेदो भूया: ॐ नम:।।


सोमवार, गुरुवार और शुक्रवार के दिन नामकरण संस्कार करना शुभ माना जाता है। लेकिन अमावस्या, चतुर्थी या अष्टमी तिथि के दिन नामकरण संस्कार करना शुभ नहीं माना जाता


नामकरण संस्कार का महत्व (Namkaran Sanskar Significance)


आयुर्वेडभिवृद्धिश्च सिद्धिर्व्यवहतेस्तथा। नामकर्मफलं त्वेतत् समुद्दिष्टं मनीषिभिः।। इस श्लोक में नामकरण संस्कार के महत्व का वर्णन करते हुआ बताया गया है कि इस संस्कार का असर बच्चे के व्यक्तिव पर पड़ता है. उसका नाम ही उसके अस्तित्व की पहचान है.  अपने नाम, आचरण, कर्म से बच्चा प्रसिद्धि प्राप्त करता है. इससे उसके आयु और तेज में वृद्धि होती है.

बच्चे के नाम का अर्थ उसके चरित्र को प्रभावित करता है. अगर बच्चे का नाम उसके ग्रहों की स्थिति से मेल न खाएं तो वह बच्चों के लिए दुर्भाग्य लेकर आ सकता है, इसलिए सोच-समझकर ही बच्चे के नाम का चुनाव करें.

नामकरण संस्कार की विधि (Namkaran Sanskar Vidhi)



  • नामकरण के दिन बच्चे के जन्म के नक्षत्रों, ग्रहों की दिशा, तिथि समय जैसी कई महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखकर उसकी कुंडली बनाई जाती है. इसी कुंडली के आधार पर बच्चे की चंद्र राशि के आधार पर राशि के पहले अक्षर से बच्चे का नाम रख देते हैं.

  • नामकरण के दिन पूजा मंगलाचरण, षट्कर्म, संकल्प, यज्ञोपवीत परिवर्तन, कलावा, तिलक और रक्षा विधान पूरा किया जाता है.

  • पूजा में गंगाजल से भरे कलश की पूजा की जाती है, बच्चे के कमर पर मेखला बांधी जाती है. बच्चे के माता-पिता या बुआ उसके कान में नाम बोलते हैं.

  • नामकरण के दिन इस मंत्र से हवन में आहूति दी जाती है - ॐ भूर्भुवरू स्वः। अग्निऋषि पवमानः पांचजन्यः पुरोहितः। तमीमहे महागयं स्वाहा। इदम् अग्नये पवमानाय इदं न मम॥




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